इग्नू क्षेत्रीय केंद्र पटना में हिंदी दिवस मनाया गया इस अवसर पर संगोष्ठी व प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ( इग्नू ) के तत्वावधान में 14 सितम्बर (सोमवार) को हिंदी दिवस के अवसर पर मीठापुर स्थित क्षेत्रीय केंद्र सभागार में एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इस संगोष्ठी में “नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रभाषा हिंदी” विषय पर चर्चा की गई। इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता नालंदा कॉलेज, बिहार शरीफ के बीएड विभागाध्यक्ष डॉ ध्रुव कुमार ने कहा कि मशहूर वैज्ञानिक कस्तूरीरंगन की अगुवाई में तैयार नई शिक्षा नीति–2020 में बच्चों की शिक्षा मातृभाषा में दिए जाने की व्यवस्था से देश में हिंदी सहित विभिन्न भाषाओं को एक नया जीवन मिलेगा। साथ ही लुप्त हो रही देसी भाषाओं से नई पीढ़ी अवगत हो सकेगी।
डॉ कुमार ने प्राथमिक विद्यालयों में मातृभाषा में पढ़ाई का स्वागत करते हुए कहा कि मातृभाषा के अतिरिक्त दो अन्य भाषाओं को स्कूलों में पढ़ाएं जाने की व्यवस्था प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि अब तक अंग्रेजी के बूते देश की 95 प्रतिशत आबादी को हाशिए पर धकेलने की साजिश आजादी के पहले से ही चल रही थी।
अब त्रि-भाषा फार्मूला के आने से हिंदी सहित क्षेत्रीय भाषा भाषियों को बेहद लाभ होगा। त्रिभाषा फार्मूला की वकालत महात्मा गांधी भी करते रहे। नई शिक्षा नीति-2020 के लागू होने से अंग्रेजी के बूते नौकरियों पर कब्जा करने वालों की संख्या में कमी आयेगी।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र पटना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने कहा कि नई शिक्षा नीति–2020 में हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं की सम्मान दी गई है। उन्होंने डॉ कुमार को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर इग्नू के कर्मियों के बीच हिंदी दिवस विषयक प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया, जिसका संचालन सहायक कुलसचिव आनंद कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक क्षेत्रीय निदेशिका डॉ. शालिनी ने किया।
इस अवसर पर सहायक निदेशक डॉ आसिफ इकबाल व डॉ मीता, कार्यक्रम संयोजक शमस रजा और अविनाश कुमार सहित इग्नू के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
इसे भी देखे: Hall Tickets for June 2020 Term End Examination