इस कार्यक्रम में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को वेदांग नामक ज्योतिषशास्त्र का ज्योतिर्विज्ञान के रूप में किस प्रकार अध्ययन किया जाता है, यह भी परिज्ञान होगा. प्राचीन भारत में ज्योतिषीय गणित, सिद्धांत एवं फलित की अवधारणा का विशेष ज्ञान कराने के साथ साथ विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम की अध्ययन सामग्री के द्वारा ज्योतिष की समग्र जानकारी प्रदान की जाएगी.